- समाजहित में महाकोष बनाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी
( आदित्य उपाध्याय,इंदौर )
श्री श्रीगौड ब्राह्मण समाज की आर्थिक मजबूती, समाज की एकता और उज्ज्वल भविष्य को लेकर बुद्धजीवियों द्वारा समन्वय समिति की शुरुआत की गई । जिसका उद्देश्य साफ और पवित्र है। समिति को लेकर जहां आम समाजजन सकारत्मक नजर आते है वही कुछ इसका दबे शब्दो मे विरोध भी कर रहे है लेकिन सकारात्मक समाजजनों की संख्या अधिक होने से समन्वय समिति को मजबूती मिल रही है।समिति दूर दृष्टि - पक्का इरादा लेकर भविष्य की सोच रख कार्य को अंजाम देने का प्रयास कर रही है ।
समाजहित की सोच और निष्पक्ष व्यक्तित्व के समाजजन ही इस समिति का हिस्सा बनते है जिससे समाजहित में आगे बढ़ा जा सके।
वरिष्ठ समाजसेवी पं. विष्णुदत्त जोशी, सुप्रसिद्ध मौसम वैज्ञानिक पं. प्रमोद दुबे और समाज एकीकरण का मिशन लेकर चलने वाले पं. प्रदीप नाईक समन्वय समिति के माध्यम से समाज को व्यक्तिशः मजबूत और आर्थिक मजबूत बनाने के महायज्ञ में जुटे हुए है।
हर घर से मात्र 100 रुपए :
समन्वय समिति का प्रयास है कि समाज को आर्थिक मजबूत बनाने के लिए हर समाजजन को अपना योगदान देना होगा।जिसको लेकर हर घर से प्रति माह मात्र 100 रुपए एकत्रित करने का प्रयास किया गया है।
महाकोष में इनकमिंग चालू - आउटगोइंग बंद -
समिति के अनुसार जब तक कोई बड़ी रकम (करोड़ में) महाकोष के रूप में जमा नही हो जाती , तब तक किसी भी तरह का रूपए निकासी का रास्ता बंद रहेगा। लक्ष्य पूरा होने के बाद समाजजनों को उनकी जरूरत के हिसाब से मदद करने की योजना है । प्राप्त सहयोग राशि को समाज की ही किसी पंजीकृत संस्था के खाते में जमा करने की भी बात की गई है ।
समाज में हो एक सर्वमान्य अध्यक्ष :
समिति का एक महत्वपूर्ण प्रयास है कि समाज की समस्त संस्थाएं एक होकर समाजहित में कार्य करे।कोई भी किसी को भी नीचा न दिखाए ।समिति का प्रयास है कि समाज मे कोई एक सर्वमान्य अध्यक्ष हो जो, सभी समाजजनों और संस्थाओं को साथ लेकर समाजहित में , समाजजनों के सहयोग से कार्य कर सके।ताकि दूसरे समाजो की तुलना में हमारा श्रीगौड ब्राह्मण समाज ताकत में, शिक्षा में,व्यापार में और आर्थिक मजबूती में मजबूत दिखाई दे।
समाजजनों से अपील :
समन्वय समिति ने समाजजनों से अपील की है कि, समाजहित में कोई भी आयोजन करवाए, कोई भी संस्था आयोजक हो, हर समाजजनों और समस्त संस्थाओ के पदाधिकारियों को जाना चाहिए और उस आयोजन में अपने सामर्थ्य अनुसार सहयोग भी करना चाहिए ताकि आयोजक संस्था का मनोबल बढ़ सके ।
युवा परिषद की तरह समन्वय समिति भी मैं नही हम को चरितार्थ करने का भरपूर प्रयास कर रही है ।
आप भी समन्वय समिति के समाजहित में आयोजित महायज्ञ में सहयोग रूपी आहुति जरूर देवे ।