राऊ विधानसभा के दो बड़बोले नेता , जीतू पटवारी ओर जीतू जिराती , सुर्खियों में आने के लिए क्या कुछ नही करते ।
कभी जीतू जिराती राजनीति से सन्यास लेने की बात करते है तो जीतू परवारी अपना नाम बदलने की बात करते है ।
लेकिन असल मे ना कोई संन्यास लेता है और ना कोई नाम बदलता है । क्योंकि , यह राजनीति है ।
इसमे बस कार्यकर्ता ही ईमानदारी से काम करता है और एक दूसरे से बुराई लेता है, लेकिन नेता एक दूसरे से व्यवहार निभाते है ।